Heat stroke: हीट स्ट्रोक है जानलेवा, मल्टीप्ल ऑर्गन फैलियर का हो सकता है एक बड़ा कारण, इन लक्षणों को ना करें अनदेखा!

Heat stroke: हीट स्ट्रोक है जानलेवा, मल्टीप्ल ऑर्गन फैलियर का हो सकता है एक बड़ा कारण, इन लक्षणों को ना करें अनदेखा!

Heat stroke: हीट स्ट्रोक है जानलेवा, मल्टीप्ल ऑर्गन फैलियर का हो सकता है एक बड़ा कारण, इन लक्षणों को ना करें अनदेखा!

वर्तमान में कई क्षेत्रों में अत्यधिक गर्मी का सामना हो रहा है जिससे तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक भी पर कर चुका है इस उच्च तापमान के कारण अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मामले बढ़ रहे हैं जिसमें एक समय में कई अंगों को प्रभाव पढ़ रहा है हीट स्ट्रोक के कारण और लक्षणों के बारे में अधिक जानने के लिए आए हम आगे समझते हैं

Heat stroke: हीट स्ट्रोक है जानलेवा, मल्टीप्ल ऑर्गन फैलियर का हो सकता है एक बड़ा कारण, इन लक्षणों को ना करें अनदेखा!
हीट स्ट्रोक के लक्षणों को ना करें अनदेखा!
Image credit:gettyimages

देश के कई क्षेत्रों में गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है जिसके साथ ही एल का प्रभाव भी बढ़ रहा है तेज गर्मी के कारण लोग कई बीमारियों से प्रभावित हो रहे हैं और अस्पतालों में ही स्टॉक के मामले बढ़ते जा रहे हैं हीट स्ट्रोक गंभीर समस्या है जिसका समय-समय पर उपचार न होने पर यह जानलेवा भी हो सकता है कई मामलों में हीट स्ट्रोक मल्टीप्ल ऑर्गन फैलियर का कारण बन सकता है जिससे शरीर के कई अंग संगठित हो सकते हैं गर्मी के ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में हीट स्ट्रोक से मौत का खतरा भी अधिक होता है

हाल ही में राजस्थान में 23 साल की एक युवती चिलचिलाती धूप में एक वाले दफ्तर से पहुंची और कुछ ही देर में बेहोश होकर गिर गई उसे अस्पताल ले जाया गया जहां पता चला कि उसे ब्रेन हेमरेज हुआ है यही नहीं इस चिलचिलाती गर्मी में धूप में खड़ी आपकी बंद गाड़ी का तापमान 60 से 70 डिग्री तक पहुंच जा रहा है जब आप एक वाले टेंपरेचर से अपनी गाड़ी में जाते हैं तो आपको हीट स्ट्रोक का खतरा बना रहा सकता है डॉक्टर के माननीय के अनुसार हीट स्ट्रोक का होना मल्टीप्ल ऑर्गन फैलियर के चांस को बढ़ा देता है

राजस्थान में हीट स्ट्रोक से हालत ज्यादा खराब

जयपुर राजस्थान की राजधानी पिछले दो दिनों में 25 से अधिक मरीज तेज गर्मी के कारण अस्पतालों में ले गए राजस्थान में 26 जिलों में हीट वेव के कारण स्थिति गंभीर है एसएमएस अस्पताल के मेडिसिन डिपार्टमेंट के हेड डॉक्टर सुधीर मेहता ने बताया है कि हीटवेव के कारण अस्पताल में मरीजों की संख्या में काफी वृद्धि आ रही है इस समय में बच्चों और बुजुर्गों को गर्मी से बचाना महत्वपूर्ण है उन्हें ध्यान देने की आवश्यकता है कि अगर आवश्यक हो तो ही बाहर जाएं लेकिन दोपहर 11:00 से लेकर 4:00 तक नहीं

हीट स्ट्रोक के कुछ लक्षण

जब किसी व्यक्ति को हीट स्ट्रोक का संकेत दिखाई देने लगता है तो वह चक्कर आना कमजोरी उल्टी दस्त और तेज सिर दर्द के लक्षणों का सामना कर सकता है अगर किसी को ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे तुरंत डॉक्टर से सलाह लेन चाहिए

हीट स्ट्रोक से बचने के उपाय

अपनी गाड़ी को छाया में पार्क करें!

जब बाहर जाते हो तो सर को  धक ले,

दोपहर 12 से 4 के बीच बाहर ना निकले,

गाड़ी में बैठने से पहले गाड़ी को ऑन कर लें,

दोनों गेट खोले एसी चलाएं और कुछ समय छोड़ें,

गाड़ी में ज्वलनशील चीज मोबाइल बैटरी को डैशबोर्ड पर ना रखें,

पानी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें!

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