खराब लाइफस्टाइल की वजह से यंग एज में ही कई लोग हो रहे हैं हाइपरटेंशन का शिकार , एक्सपोर्ट से जाने उपाय!
बदलते और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण आजकल युवा हाई ब्लड प्रेशर की समस्याओं का शिकार हो रहे हैं |इस समस्याओं की वजह में से कुछ है ,तनाव ,अनियमित खानपान ,अल्कोहल और तंबाकू का सेवन और अधिक बैठक की जीवन शैली, हाई ब्लड प्रेशर से बचने के लिए नियमित व्यायाम ,स्वस्थ आहार, तनाव प्रबंधन और नियमित चेकअप की आवश्यकता होती है|
हाइपरटेंशन की बीमारियां पहले अधीर उम्र या बुढ़ापे में समस्या बनती थी |लेकिन आजकल हाइपरटेंशन की समस्या युवा पीढ़ी को भी प्रभावित कर रही है| इसके पीछे कई कारण है ,जैसे मानसिक तनाव अनहेल्दी लाइफस्टाइल और पर्यावरण तत्व आधुनिक जीवन शैली में तेजी से बदलते मानसिक और शारीरिक तत्वों के संयोग से यह समस्या और भी गंभीर हो रही है| जिसके कारण काफी युवाओं इसके चपेट में आ रहे हैं |आजकल यह बीमारी बढ़ रही है, जो अगर समय पर नियंत्रित नहीं की जाए तो हार्ट अटैक स्ट्रोक और अन्य गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है |इसलिए लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 17 में को विश्व हाइपरटेंशन दिवस मनाया जाता है|
एक्सपोर्ट का क्या कहना है
फेलिक्स अस्पताल के डॉक्टर राहुल अरोड़ा बताते हैं ,कि हाइपरटेंशन के बढ़ते मामलों के पीछे कई वजह हैं, लेकिन मानसिक तनाव इसकी प्रमुख वजह है |आजकल डिप्रेशन के मरीजों में हाइपरटेंशन की समस्या सबसे अधिक देखी जा रही है ,खासकर 30 से 50 साल के बीच के मरीज| आज की तारीख में यह समस्या शेरों की ही नहीं अपितु गांव में भी अधिक देखी जा रही है|
डॉ सिद्धार्थ सम्राट उसे समय बता रहे हैं ,कि आज के समय में जागरूकता की कमी की वजह से लोग इस बीमारी के जोखिम में आ रहे हैं, इसके कारण लोग सर दर्द लगातार चक्कर और बेचैनी की शिकायत से परेशान हो रहे हैं |यह लक्षण हाई ब्लड प्रेशर की भी संभावित संकेत हो सकती है ,इसलिए किसी भी प्रकार की विशेष चिकित्सीय सलाह के लिए तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक होता है|
हाइपरटेंशन के लेवल
फ्री हाइपरटेंशन में ब्लड प्रेशर 80 / 120 से लेकर 89 / 139 के बीच रहता है|
माइल्ड हाइपरटेंशन में ब्लड प्रेशर 90 / 140 से लेकर 99/159 के रेंज में रहता है|
हाई बीपी 110 / 160 से लेकर 109 / 180 तक हो सकता है|
एक्सट्रीम हाई बीपी 110/180 या फिर इसे कहीं ज्यादा अधिक हो सकता है|
हाई बीपी के क्या हो सकते हैं लक्षण
- सर दर्द
- सांस फूलना
- थकान या भ्रम की स्थिति होना
- ब्लर विजन
- पसीने आना
- घबराहट होना
- सीने में दर्द
- उल्टी महसूस होना
कारण, हाई बीपी होने के
- मोटे लोगों में मधुमेह होने की संभावना ज्यादा होती है|
- ठीक से नींद ना लेना धूम्रपान और शराब का सेवन करना
- अधिक तनाव और लंबे समय तक बेचैनी
- व्यायाम नहीं करना देर से सोना कंप्यूटर पर देर तक टिके रहना|
- सफेद नमक अधिक चटपटा तेलिया खाना|
हाइपरटेंशन से ऐसे करें बचाव
- मॉर्निंग वॉक या रनिंग की आदत डालें
- रोजाना नमक की मात्रा 5 ग्राम से कम रखें
- फैमिली के साथ अच्छा समय बताएं
- रोजाना करीब एक घंटा तक व्यायाम करें
- धूम्रपान और शराब के सेवन से बचें
- 6 माह के अंदर अंदर बीपी जरूर चेक करवा ले
- कम फैट वाली डेयरी उत्पाद डाइट में शामिल करें
- हरी सब्जियों और फलों का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें
- शरीर को एक्टिव रखें और वजन घटाएं
यह निम्न आदतें हैं ,जिन्हें आप अपने रोजमर्रा में शामिल कर कर आप हाइपरटेंशन से दूर हो सकते हैं और इन आदतों को अपने से आपका पूरा शरीर स्वस्थ रहेगा ,कोई भी बीमारियां इन आदतों के कारण आपसे कोसों दूर रह सकते हैं| इन आदतों के कारण आप आने वाले कई बड़े – बड़े रोगों से भी बच सकते हैं|